तू ही आधी मैं वचन था
वचन स्वयं परमेश्वर
रचना मैं तेरी गुप्त महिमा
अब प्रकट है मसीह में
कितना सुन्दर वोह नाम (२)
येशु मसीह का…मेरा राजकुमार
कितना सुन्दर वोह नाम
कोई नहीं उसके सामान
कितना सुन्दर वोह नाम
येशु मसीह का (२)
तू नहीं चाहता हमारे बिना स्वर्ग
इसलिए स्वर्ग को लाया यहाँ
पाप थे बड़े तेरा प्यार था बढ़कर
अब क्या कोई हमे अलग कर सके
कितना अध्बुध वोह नाम (२)
येशु मसीह का मेरा राजकुमार
कितना अध्बुध वोह नाम
कोई नहीं उसके सामान
कितना अध्बुध वोह नाम
येशु मसीह का (२)
मृत्यु से जी उठा
अब न कोई परदा
पाप और कब्र को हराया
स्वर्ग में आनंद
तेरी स्तुति और महिमा
क्युकी तू जी उठा है फिरसे
विरोधी ना कोई
तेरा समक्ष ना कोई
अब और हमेशा तेरा राज है
तेरा ही राज्य तेरी ही महिमा
तेरा ही नाम सबसे ऊँचा है
कितना प्रबल वोह नाम (२)
येशु मसीह का मेरा राजकुमार
कितना प्रबल वोह नाम
कोई नहीं उसके सामान
कितना प्रबल वोह नाम
येशु मसीह का (३)